हिंदू पौराणिक कथाओं में इतनी सारी यौन कहानियां क्यों शामिल हैं?

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अगर अब आप प्राचीन समय के हिंदू मंदिर देखेंगे आपको वहां पर बहुत सारी योन चित्र और योन मूर्तिया मिल जाएंगी। मंदिरों के अंदर लिंग या फिर योनि की पूजा होती मिल जाएगी जैसा कि आप लिंगराज मंदिर में देख सकते हैं। ऐसे ही आप अगर देखें एलोरा की गुफाएं हंपी और कोणार्क का शिव मंदिर वहां पर आपको दीवारों पर पत्थरों से लिखी गई या बनाई गई अनेकों सेक्सुअल मूर्तियां मिल जाती है।

चलिए आज बात करेंगे हिंदू पौराणिक कथाओं में इतनी सारी योन कहानियां क्यों शामिल है:

वैसे तो बहुत से लोग इसी concept को पढ़ने में लगे हुए हैं लेकिन आपको पता है आज कल समय बदल गया है और आजकल थोड़ा यौन संबंधों या फिर इन बातों को थोड़ा सा गुप्त कर दिया गया है या फिर कहें कुछ पाच 6 साल पहले तक यह गुप्त ही था। 

दोस्तों पहले के कुछ ऐसे राजा हुए जैसे कि महाराजा रणजीत सिंह और भी काफी अन्य राजा जिनको पूरा दिन सिर्फ संबंधों में ही निकालना अच्छा लगता था। तो ऐसे ही कुछ राजा पूरे भारत में अलग-अलग जगह पर हुए। जिस कारण से जो मूर्ति बनाने वाले कलाकार थे या फिर जो दीवार पर डिजाइन बनाने वाले कलाकार थे उनका ध्यान भी इस तरफ गया तो उन्होंने ऐसे डिजाइन बनाने और राजा का ध्यान खींचने के लिए भी शुरू में कुछ चित्र बनाए होंगे बाद में राजा ने उन्हें पैसा देकर और भी बहुत से चित्र बनवाए।

दोस्तों प्राचीन समय में सेक्स एजुकेशन जैसा कुछ नहीं होता था। इस कारण से भी लोग चित्रों के माध्यम से युद्ध को संदेश देते थे और उन को समझाते थे कि किस तरह सेक्सुअल एक्टिविटी हमारे लिए बहुत जरूरी है। किस तरह से हमारी अगली पीढ़ी इन्हीं क्रियाओं के द्वारा आती है। उस समय कोई स्मार्ट फोन या स्मार्ट डिवाइस नहीं होते थे जिससे कि लोगों को एक बार में ही चुटकी बजाते ही समझा दिया जाए तो लोग मूर्तियों और चित्रों का सहारा अधिक लेते थे।

विवाह से पूर्व संबंध बनाना हिंदू धर्म में सही नहीं माना जाता था। इस कारण से लोग विवाह के बाद भी उन्हीं बातों को मैं लेकर बैठ जाएं और जिंदगी में आगे संबंध न बनाएं। तो उन्हें समझाने के लिए भी पुराने समय में योन कहानियों का चित्रों का सहारा लिया जाता था ताकि लोग उस नियम का अच्छे से पालन करें और एक समय के बाद यानी विवाह के बाद अपने संबंधों को बेहतर करें और अपनी अगली पीढ़ी को जन्म दे।

दोस्तों आपको पता ही होगा कि कामसूत्र वात्सायन के द्वारा लिखी गई है। दोस्तों मैं आपको बताना चाहूंगी कि वह एक ऐसी किताब नहीं है जिसमें सेक्स पोजीशन दिखाई गई है। कामसूत्र एक ऐसी किताब है जिसमें आदमी को अच्छे से रहना, प्रकृति से प्यार करना, अपना लाइफ पार्टनर ढूंढना, उसको प्यार करना और जिंदगी के कुछ pleasure अच्छे से ले पाना है। 

दोस्तों हिंदू धर्म में प्यार करने की अच्छी परिभाषा बताई गई है पूरी दुनिया में ऐसा कोई ग्रंथ नहीं है जहां पर हिंदू धर्म जितनी शुद्धता और एक प्राकृतिक, स्वस्थ और सबको पसंद आने वाली संबंध बनाने की परिभाषा बताई गई है।

Conclusion:

हिंदू पौराणिक कथाओं में इतनी सारी यौन कहानियां इसलिए शामिल है क्योंकि हिंदू धर्म ने सबको शुद्ध प्राकृतिक तरीके से सबको संबंध बनाने की तरकीब बताई है। ये कहानियाँ कुछ राजा-महाराजाओं की वजह से, कुछ बेहतर कलाकारों की वजह से और कुछ बेहतर लेखकों की वजह से हमारे सामने आ पाई है।

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आज की पोस्ट में बस इतना ही मिलते हैं एक और नई और रोचक पोस्ट के साथ है तब तक अपना और अपने परिवार का ख्याल रखें अपने चारों तरफ सफाई बनाए रखें धन्यवाद।

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