हड़प्पा सभ्यता के पतन के क्या क्या कारण थे?

हैलो दोस्तों कैसे हैं आप उम्मीद करती हूं आप सब अच्छे
और स्वस्थ होंगे।
thebetterlives.com में आपका स्वागत है मैं हूं आपकी दोस्त पुष्पा डाबोदिया।

मै आपके लिए लेकर आती हूं बहुत ही खास और इंटरेस्टिंग जानकारी जो आपकी नॉलेज के लिए है बेहद इंर्पोटेंट।

आज मैं आपके लिए लेकर आई हूं एक खास जानकारी जो
आपके लिए है बेहद जरूरी और इंटरेस्टिंग!

प्राचीन भारत में सबसे बड़ी और सबसे प्रसिद्ध सभ्यताओं में से हड़प्पा सभ्यता को सबसे सर्वश्रेष्ठ माना जाता है।

हड़प्पा सभ्यता को सिंधु घाटी की सभ्यता भी कहा जाता है।

हड़प्पा सभ्यता के पतन के क्या क्या कारण थे?

आज मैं आपको बताऊंगी हड़प्पा सभ्यता के पतन के क्या क्या कारण थे?

हड़प्पा सभ्यता के पतन का सबसे प्रमुख कारण इस की जलवायु परिवर्तन को माना जाता है।

आइए जानते हैं कि क्यों हड़प्पा जैसी महान सभ्यता का अंत हुआ।
इस के पतन का कारण बाढ़ को माना जाता है। कहा जाता है कि सिंधु नदी की बॉर्डर के कारण नदी का बहाव बदला। इन परिस्थितियों ने हड़प्पा सभ्यता को नष्ट कर दिया।

दूसरा सबसे बड़ा कारण यहां के भूकंप को माना जाता है।
क्वेटा जैसे किसी बड़े भूकंप ने इस सभ्यता को नष्ट कर दिया।
तीसरा बड़ा कारण है सूखा।

भयंकर सूखा और जल अभाव और रेगिस्तान के विस्तार के कारण कई बार भयंकर अकाल पड़े। जिसके कारण यह सभ्यता धीरे-धीरे नष्ट होती चली गई।

चौथा बड़ा कारण माना जाता है अनावृष्टि को या तो कभी बहुत भयंकर बाढ़ थी या कभी बिल्कुल सूखा।

इसके कारण या तो कृषि बिल्कुल ही सूख गई याद जल में बिल्कुल ही डूब गई।

खाद्यान्न संकट के कारण इस संस्कृति का विनाश हो गया।
जलवायु कारणों के अलावा एक और कारण भी इस संस्कृति के विनाश का कारण माना जाता है।

आर्यों का लगातार सिंधु सभ्यता पर आक्रमण करना इस के पतन का मुख्य कारण माना जाता है।

आर्य विदेशी थे इस कारण माना जाता है कि वह मध्य एशिया से भारत आए थे।

मध्य एशिया की है जाति बहुत ही खूंखार और निर्दई थी।
आर्यों ने हड़प्पा सभ्यता के वासियों को मौत के घाट उतारना शुरू कर दिया।

माना जाता है कि मोहनजोदड़ो में सबसे ज्यादा जनसंघार हुआ। बहुत बड़ी संख्या में लोगों को मारा गया। यह हड़प्पा के पतन में प्रमुख कारण माना गया है।

सिंधु घाटी सभ्यता का लगभग 1800 पूर्व में पतन हो गया था परंतु इस के पतन के कारण अभी भी विवादित है।

हड़प्पा सभ्यता के पतन के कारणों को जानने के लिए हमें कोई सटीक तथा ठोस, निश्चित साक्ष्य प्राप्त नहीं हुआ है।

हड़प्पा सभ्यता के पतन के क्या क्या कारण थे?


इतिहासकार इस के पतन के बारे में अनुमानत: निम्नलिखित कारणों के आधार मानते हैं:

1) बाढ़: यह कल्पना की जाती है कि सिंधु नदी की बातों के कारण सरिता का मार्ग बदला और इस परिस्थितियों ने इस सभ्यता को नष्ट कर दिया।

2) भूकंप: क्वेटा जैसे किसी बड़े भूकंप ने सभ्यता को नष्ट भ्रष्ट कर दिया होगा।

3) सूखा: भयंकर सूखा तथा उसके कारण जलाभाव एवं रेगिस्तान का विस्तार।

4) अनावृष्टि: अनावृष्टि के कारण सिंधु तथा उसके सहायक नदियां सूख गई अथवा बहुत ज्यादा बारिश से नदियों ने मार्ग बदल लिया तथा कृषि भूमि बह गई या जल में डूब गई अर्थात बार-बार अकाल पड़ने से भी इस संस्कृति का विनाश हो गया।

5) आक्रमण: किसी खूंखार विदेशी आक्रमणकारी जाति द्वारा किए गए। आक्रमणों को भी हड़प्पा सभ्यता के पतन का एक कारण माना जाता है। इस आक्रमणकारी जाति की पहचान मध्य एशिया से आए आर्यों के रूप में की गई है।

6) प्रसिद्ध इतिहासकार के यू आर कैनेडी के अनुसार सिंधु सभ्यता के पतन का कारण प्राकृतिक विपत्ति एवं मलेरिया जैसी कई बड़ी महामारी रही है।

निष्कर्ष:

इस प्रकार हम देखते हैं कि हड़प्पा सभ्यता के पतन के लिए कोई एक कारण जिम्मेदार नहीं है। बाढ़ ,भूकंप, भयंकर सूखा, प्राकृतिक विपत्ति, बड़ी महामारी, विदेशी जातियों द्वारा भयंकर आक्रमण जैसे अनेक कारण इस सभ्यता के पतन के लिए जिम्मेदार हो सकते हैं।

आज के लेख में इतना ही उम्मीद करती हूं आपको हड़प्पा सभ्यता के पतन के कारण समझ में आए होंगे।

दोस्तों आशा करती हूं आज की जानकारी आपको पसंद आई होगी ऐसे ही इंटरेस्टिंग और महत्वपूर्ण जानकारी पढ़ने के लिए हमारी वेबसाइट पर आए।

दोस्तों मिलते हैं एक और इंटरेस्टिंग जानकारी के साथ तब तक अपना और अपने परिवार का ख्याल रखें अपने चारों तरफ सफाई बनाए रखें धन्यवाद।

आपके दोस्त पुष्पा डाबोदिया।।

एक टिप्पणी भेजें

Thanks for writing back

और नया पुराने